भगवान शिव का अनोखा मंदिर, जहां भक्त अपनी मनोकामना पूरी करने के लिए लगाते हैं ताला

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प्रयागराज की पावन धरती पर यूँ तो कई प्राचीन और चमत्कारी मंदिर हैं, लेकिन इन सबके बीच नाथेश्वर महादेव मंदिर अपनी अनूठी परंपरा और मान्यता के कारण भक्तों के बीच विशेष आस्था का केंद्र रहा है। यह मंदिर शिव भक्तों के लिए न केवल एक धार्मिक स्थल है, बल्कि आस्था, भक्ति और विश्वास का अद्भुत उदाहरण भी प्रस्तुत करता है। इस मंदिर की खास बात यह है कि यहां भक्त मंदिर में ताला लगाकर रखते हैं।

नाथेश्वर महादेव मंदिर का महत्व

आमतौर पर भक्त अपनी मनोकामना पूरी होने पर मंदिरों में फूल, फल, मिठाई या जल चढ़ाते हैं, लेकिन नाथेश्वर महादेव मंदिर में यह दृश्य बिल्कुल अलग होता है। यहां भक्त मंदिर परिसर में शिवलिंग के चारों ओर या दीवारों पर विभिन्न आकृतियों के ताले लगाते हैं। मान्यता है कि जब तक यह ताला लगा रहता है, भक्त की मनोकामना भगवान शिव के पास सुरक्षित रहती है और उसके पूर्ण होने की संभावना बढ़ जाती है। मनोकामना पूरी होने पर भक्त वापस आकर ताला खोलकर या भक्तिभाव से नया ताला लगाकर भगवान का धन्यवाद करते हैं।

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ताले लगाने की परंपरा और आस्था का संगम

स्थानीय लोगों और मंदिर से जुड़े पुजारियों के अनुसार यह एक प्राचीन प्रथा है। यह केवल अंधविश्वास नहीं, बल्कि भक्तों की अटूट आस्था और विश्वास का प्रतीक बन गया है। विवाह के इच्छुक युवक-युवतियां, नौकरी की तलाश में भटक रहे लोग, संतान प्राप्ति की इच्छा रखने वाले जोड़े और गंभीर बीमारियों से ग्रस्त मरीज भी अपनी मनोकामनाएं लेकर यहां आते हैं और ताले लगाकर अपनी श्रद्धा प्रकट करते हैं।

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श्रावण मास में भक्तों का सैलाब

श्रावण मास भगवान शिव की आराधना का विशेष समय होता है और इस दौरान नाथेश्वर महादेव मंदिर में भक्तों की भीड़ उमड़ती है। डोली लेकर आने वाले शिवभक्त यहाँ जलाभिषेक करते हैं और ताले लगाकर अपनी मनोकामनाएँ भगवान को समर्पित करते हैं।

अस्वीकरण: इस समाचार में दी गई जानकारी धार्मिक मान्यताओं पर आधारित है। हम इसकी पुष्टि नहीं करते हैं।

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