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सूरत में विवनिट प्रदर्शनी कैसे टेक्सटाइल उद्योग और कारोबारियों के लिए बन गया बूस्टर डोज
विवनिट एग्जीबशन में करीब 500 करोड़ रुपये का हुआ कारोबार

सूरत। शहर में आयोजित विवनिट प्रदर्शनी-2025 की जबरदस्त सफलता ने सूरत के टेक्सटाइल उद्योग और कपड़ा व्यापारियों को उत्साहित कर दिया है। इसका आयोजन दक्षिण गुजरात चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री द्वारा सरसाणा में किया गया है। यह अंतरराष्ट्रीय प्रदर्शनी है। इस तीन दिन की प्रदर्शनी में बड़ी संख्या में लोग पहुंचे जो इसकी सफलता को बयां कर रही है। इस प्रदर्शनी ने सूरत के कपड़ा उद्योग के लिए बूस्टर का काम किया। सूत्रों के मुताबिक इस विवनिट एग्जीबशन में करीब 500 करोड़ रुपये का कारोबार हुआ। इसमें 12 हजार से ज्यादा लोग पहुंचे। खास बात यह है कि इसमें एक हजार से ज्यादा वास्तविक खरीदार थे।
यह प्रदर्शनी दक्षिण गुजरात के बुनकरों, तकनीकी वस्त्र निर्माताओं और पारंपरिक कपड़ा उद्योग से जुड़े उद्यमियों के लिए एक सशक्त मंच है। इस प्रदर्शनी से प्रदर्शकों को लाखों मीटर ग्रे फैब्रिक, पारंपरिक साड़ियों और फैशन परिधानों के बड़े ऑर्डर प्राप्त हुए हैं।
प्रदर्शनी में जयपुर, दिल्ली, लुधियाना जैसे शहरों से लोग पहुंचे
विवनिट प्रदर्शनी-2025 में देशभर के खरीदारों ने शिरकत की। इंदौर, जयपुर, पुणे, दिल्ली, लखनऊ, बैंगलोर, लुधियाना, कोलकाता और चेन्नई जैसे प्रमुख कपड़ा बाजारों से कपड़ा खरीदार और कॉर्पोरेट खरीद प्रबंधकों ने प्रदर्शनी में भाग लिया। प्रदर्शकों को न केवल ऑर्डर मिले, बल्कि नए व्यापारिक रिश्ते भी स्थापित हुए। प्रदर्शनी में कपड़ा उद्योग की आधुनिक तकनीकों और उत्पादों को प्रमुखता दी गई है। बता दें कि विवनिट प्रदर्शनी-2025 ने सूरत के कपड़ा उद्योग को न केवल एक सशक्त व्यापारिक मंच प्रदान किया, बल्कि नई संभावनाओं को राष्ट्रीय स्तर पर स्थापित करने में अहम भूमिका निभाई है। यह प्रदर्शनी तकनीक, परंपरा और भविष्य की संभावनाओं का प्रभावशाली संगम बन चुकी है।
तकनीकी और पारंपरिक फैशन का दिखा संगम
इस प्रदर्शनी में तकनीकी वस्त्रों के साथ-साथ पारंपरिक परिधान भी देखने को मिले। रोगाणुरोधी, जलरोधी और अग्निरोधी फैब्रिक्स भी इस प्रदर्शनी में देखने को मिली। जैसे अस्पतालों के पर्दे, शॉवर पर्दे, ब्लैकआउट और व्हाइटआउट फैब्रिक। वहीं, पारंपरिक परिधान में डोला सिल्क, टिशू सिल्क, विस्कोस, मसलिन सिल्क, डेनिम, कॉटन ट्विल्स, शिफॉन और लिनन जैसे कपड़ों का भरपूर संग्रह देखने को मिला।
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