आप जैसा बच्चा चाहते हैं ऐसा बच्चा आपको मिलेगा

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(उत्कर्ष पटेल)

बच्चे एक छोटे से बीज की तरह होते हैं, जिसमें अनंत संभावनाएं होती हैं। आप मनचाहा बच्चा पा सकते हैं, लेकिन इसके लिए आपको खुद भी वैसा ही बनना होगा। बच्चे आपका प्रतिबिंब होते हैं। वे आपके शब्दों, व्यवहार और विचारों से आकार लेते हैं। इसलिए, माता-पिता के रूप में आपकी भूमिका बेहद महत्वपूर्ण है क्योंकि आप उनके पहले शिक्षक हैं।

अगर आप चाहते हैं कि आपका बच्चा दयालु हो, तो सबसे पहले आपको दयालु होना चाहिए। आपकी दयालुता उनके दिल में घर कर जाएगी। अगर आप चाहते हैं कि वे बुद्धिमान बनें, तो उन्हें दया और धैर्य से शिक्षा दें। बच्चों में सीखने की क्षमता कूट-कूट कर भरी होती है, अगर आप उन्हें सही मार्गदर्शन देंगे, तो वे जल्दी सीख जाएंगे। अगर आप चाहते हैं कि वे देखभाल करने वाले बनें, तो उनका ध्यान रखें, उनकी छोटी-छोटी ज़रूरतों पर ध्यान दें। ऐसा करने से वे दूसरों का ख्याल रखना भी सीखेंगे।

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बच्चों को अच्छा दोस्त बनाने के लिए, उनके पहले दोस्त बनें। उनसे बात करें, उनकी भावनाओं को समझें और उन्हें सुरक्षित महसूस कराएं। आपका हर शब्द, हर तारीफ, हर प्यार भरा इशारा उनके मन में गहराई से अंकित हो जाता है। आप जिस तरह से उनका वर्णन करते हैं, वह उनकी अंतरात्मा की आवाज़ बन जाता है। वे खुद को वैसे ही देखने लगते हैं जैसे आप उन्हें देखते हैं। वे खुद के साथ वैसा ही व्यवहार करना सीखते हैं जैसा आप उनके साथ करते हैं।

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यह सब उनके व्यक्तित्व का आधार बनता है। आप उनमें जो गुण बोएंगे, वही उनमें विकसित होंगे। इसलिए हर कदम सोच-समझकर उठाएं। आपका प्रेमपूर्ण मार्गदर्शन, आपका धैर्य और आपका सहयोग उन्हें दयालु, बुद्धिमान और देखभाल करने वाला इंसान बनाएगा। बच्चों के पहले शिक्षक होने के नाते, आप उनके भविष्य के निर्माता हैं। इसलिए उन्हें प्रेम, धैर्य और समझदारी से गढ़ें क्योंकि आपके द्वारा बोया गया बीज एक दिन एक विशाल वृक्ष बनेगा।

(लेखक एक प्रसिद्धउद्योगपति और समाजसेवी हैं।)

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