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गुजरात में सबसे तेज डिपोर्ट प्रक्रिया: 210 घुसपैठियों को 5 दिनों में बांग्लादेश भेजा जाएगा
केंद्र ने दी मंजूरी, ट्रेन के जरिए उन्हें भारत-बांग्लादेश की सीमा पर ले जाया जाएगा

अहमदाबाद। गुजरात में अवैध घुसपैठियों के खिलाफ कार्रवाई लगातार जारी है। चंदोला तालाब और उसके आसपास के क्षेत्रों में मेगा ऑपरेशन चलाया जा रहा है। क्राइम ब्रांच अब तक चंदोला तालाब के आसपास के इलाकों से 198 बांग्लादेशियों को पकड़ चुकी है, जबकि आसपास के शहरों से भी कुछ बांग्लादेशियों को पकड़ा गया है। इस तरह अब तक कुल 210 बांग्लादेशियों को पकड़ा जा चुका है। अब उन्हें डिपोर्ट करने की तैयारी चल रही है। इसके लिए केंद्र सरकार की अनुमति भी मिल गई है। उन्हें पांच दिनों में देश से बाहर निकाला जाएगा। अगले पांच दिनों में उन्हें भारत-बांग्लादेश सीमा पर ले जाकर उनके देश वापस भेजा जाएगा। इसके लिए क्राइम ब्रांच सभी को ट्रेन द्वारा सीमा तक ले जाएगी।
बता दें कि जब कोई विदेशी नागरिक पकड़ा जाता है तो आमतौर पर उसे डिपोर्ट करने में दो महीने तक का समय लग जाता है। इसके विपरीत, गुजरात पुलिस और अन्य केंद्रीय एजेंसियों ने बहुत कम समय में आवश्यक जांच पूरी कर 210 बांग्लादेशी घुसपैठियों को डिपोर्ट करने का निर्णय लिया है।
सभी अवैध बांग्लादेशी घुसपैठियों को ट्रेन से सीमा तक छोड़ा जाएगा
अहमदाबाद क्राइम ब्रांच ने बांग्लादेशियों को खोजने के लिए अब तक का सबसे बड़ा ऑपरेशन चलाया। इसमें 890 संदिग्धों को पकड़ा गया। इनमें से 198 के बांग्लादेशी होने की पुष्टि प्रारंभिक जांच में हुई। अन्य लोगों के पास संदिग्ध दस्तावेज पाए गए हैं, जिनकी जांच चल रही है। 198 के अलावा, अहमदाबाद के अन्य हिस्सों से पकड़े गए बांग्लादेशियों सहित कुल 210 लोगों की सूची बनाकर क्राइम ब्रांच ने केंद्र सरकार से डिपोर्ट की अनुमति मांगी थी, जो अब मिल चुकी है। अगले पांच दिनों में इन सभी को ट्रेन द्वारा भारत-बांग्लादेश सीमा तक ले जाकर सेना को सौंप दिया जाएगा और उन्हें उनके देश भेजा जाएगा।
दो महीने की बजाय केवल पांच दिनों में डिपोर्ट की प्रक्रिया
गौरतलब है कि किसी संदिग्ध विदेशी नागरिक को डिपोर्ट करने में दो महीने का समय लगता है, लेकिन गुजरात में पिछले पांच दिनों के दौरान अहमदाबाद सहित विभिन्न शहरों से पकड़े गए लगभग 210 बांग्लादेशियों की पहचान कर सिर्फ पांच दिनों में उन्हें डिपोर्ट करने का निर्णय लिया गया है। यह भारत के इतिहास में सबसे तेज डिपोर्ट प्रक्रिया मानी जा रही है।
पुलिस कमिश्नर जीएस मलिक ने कहा कि पिछले सप्ताह के दौरान पुलिस ने विभिन्न क्षेत्रों में बांग्लादेशियों की तलाश शुरू की थी, जिसमें अहमदाबाद के चंडोला क्षेत्र से 190, सोला से 6 और ओढव से 2 इस प्रकार कुल 198 लोग मिले। मार्च महीने में भी 12 बांग्लादेशी पकड़े गए थे। यहां बांग्लादेशियों को बसाने वाले लल्ला बिहारी को भी गिरफ्तार किया गया है।