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सूरत में 100 करोड़ के घोटाले में ED ने मारे छापे, जानें क्या है पूरा मामला

सूरत के भगततलाव के मकबूल डॉक्टर समेत अन्य आरोपियों के यहां ED ने छापेमारी की है। 100 करोड़ रुपये के USDT घोटाले के मामले में ED ने यह कार्रवाई की है। इस मामले का मुख्य आरोपी मकबूल डॉक्टर है, जो शहर के भगततलाव में रहता है। सूरत के अलावा ED की एक टीम ने अहमदाबाद में भी छापेमारी की थी। कहा जा रहा है कि साइबर फ्रॉड में विदेश गई बड़ी रकम का स्रोत और चैनल का पता लगाने और लाभार्थियों को पकड़ने के इरादे से यह पूरी कार्रवाई की गई है। आरोपी लोगों को प्रति माह 10,000-12,000 रुपये देकर उनके बचत खातों का उपयोग करके धोखाधड़ी करते थे। पुलिस और जांच एजेंसियों के नाम पर डिजिटल अरेस्ट, नकली समन-कॉल करके धोखाधड़ी करते थे।
लोगों के बैंक अकाउंट किराए पर लेकर प्रति माह 10,000-12,000 हजार रुपये देने का लालच देकर 100 करोड़ से अधिक का साइबर फ्रॉड किया गया था। इसमें शामिल लोगों के खिलाफ SOG ने कार्रवाई करते हुए 5 से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया था। इसमें हवाला और आंगडिया के माध्यम से देश-विदेश में पैसा भेजा गया था, जिसके सामने आने पर ED को भी इसकी रिपोर्ट की गई थी। उसी आधार पर ED ने मकबूल डॉक्टर समेत अन्य के यहां जांच शुरू की थी।
इस मामले में अब्दुल रहीम नाडा, बस्साम मकबूल डॉक्टर, मकबूल अब्दुल रहमान डॉक्टर, कासिफ मकबूल डॉक्टर, मुर्तुजा फारूक शेख, महेश मफतलाल देसाई समेत अन्य लोगों को गिरफ्तार किया गया है। SOG ने 100 करोड़ के बेनामी लेनदेन का पता लगाया था। इस घोटाले में SOG ने मकबूल और उसके बेटे सहित 3 लोगों को पकड़कर 100 हवाला, ऑनलाइन साइबर फ्रॉड, चीनी गेम और क्रिकेट सट्टेबाजी सहित करोड़ों की बेनामी कमाई को दुबई हवाला के माध्यम से सूरत आंगडिया में भेजा जाता था और उसे USDT क्रिप्टोकरेंसी में परिवर्तित कर वापस दुबई भेजा जाता था।
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