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कल से भारत पर 50% अमेरिकी टैरिफ: गुजरात के टेक्सटाइल करोबारियों की चिंता बढ़ी, मोदी बोले- आंच नहीं आने देंगे
अमेरिका ने 25 प्रतिशत अतिरिक्त टैरिफ का नोटिफिकेशन जारी किया

अहमदबाद/नई दिल्ली। कल से यानी 27 अगस्त से भारत पर 50 प्रतिशत अमेरिकी टैरिफ लागू होने वाला है। इससे पहले अमेरिका भारत पर 25 प्रतिशत टैरिफ लगा चुका है। अब बुधवार से 25 प्रतिशत अतिरिक्त टैरिफ लगने वाला है। यह अतिरिक्त टैरिफ भारत द्वारा रूस से क्रूड ऑयल खरीदने को लेकर लगाया गया है। दरअसल, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने 6 अगस्त को रूस से तेल खरीद पर जुर्माने के तौर पर इस टैरिफ का ऐलान किया था। इससे पहले व्यापार घाटे का हवाला देकर भारत पर 7 अगस्त से 25% टैरिफ लगाया था। यानी कुल मिलाकर भारतीय वस्तुओं पर टैरिफ अब 50% तक लगेगा। इतनी भारी-भरकम टैरिफ की वजह से सूरत समेत पूरे गुजरात के कपड़ा कारोबारियों की चिंता बढ़ गई है। खासकर वैसे व्यापारी जो यहां से गारमेंट का निर्यात अमेरिका में करते हैं। फिलहाल कोई बीच का रास्ता नहीं नजर आ रहा है।

छोटे उद्यमी, किसान, पशुपालकों का हित सर्वोपरि है: मोदी
वहीं गुजरात दौरे पर पहुंचे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अहमदाबाद में कहा कि मेरे देश के छोटे उद्यमी हों, किसान हों, या पशुपालक हों, सभी के लिए मैं आपसे बार-बार वादा करता हूं, आपका हित मोदी के लिए सर्वोपरि है। मेरी सरकार छोटे उद्यमियों, किसानों और पशुपालकों पर कभी कोई आंच नहीं आने देगी। चाहे कितना भी दबाव आए, हम झेलने की अपनी ताकत बढ़ाते रहेंगे। उन्होंने आगे कहा कि दुनिया ने देखा है कि हमने पहलगाम का बदला कैसे लिया। 22 मिनट में सब कुछ साफ कर दिया। गुजरात सुदर्शनधारी और चरखाधारी दो मोहन की धरती है। सुदर्शनधारी ने भारत को सेना के पराक्रम का प्रतीक बनाया। चरखाधारी ने आत्मनिर्भर बनाया है।

अतिरिक्त टैरिफ की कार्रवाई को भारत गलत बता चुका है
भारतीय विदेश मंत्रालय ने 25 प्रतिशत अतिरिक्त अमेरिकी टैरिफ को गलत बताया था। मंत्रालय ने कहा था कि अमेरिका ने हाल ही में भारत के रूस से किए जा रहे तेल आयात को निशाना बनाया है। हमने पहले ही साफ कर दिया है कि हम बाजार की स्थिति के आधार पर तेल खरीदते हैं और इसका मकसद 140 करोड़ भारतीयों की ऊर्जा सुरक्षा सुनिश्चित करना है। यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है कि अमेरिका भारत पर अतिरिक्त टैरिफ लगा रहा है, जबकि कई और देश भी अपने हित में यही काम कर रहे हैं। हम दोहराते हैं कि ये कदम अनुचित, नाजायज और गलत हैं। भारत अपने राष्ट्रीय हितों की रक्षा के लिए हर जरूरी कदम उठाएगा।
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