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भारत पर आज से 50% अमेरिकी टैरिफ की मार, सूरत के दो उद्योग हीरा और टेक्सटाइल पर पड़ेगा गहरा असर
सूरत के हजारों रत्नकर्मी बेरोजगार हो सकते हैं, छोटे-छोटे यूनिटों पर संकट

सूरत। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारत से आयात होने वाले हीरा, ज्वेलरी और कपड़ा सहित कई उत्पादों पर अब 25% की जगह 50% टैरिफ लागू कर दिया है। इससे भारत से अमेरिका निर्यात होने वाला माल औसतन 50% महंगा हो जाएगा। इस फैसले से खासकर सूरत के दो प्रमुख उद्योग हीरा और टेक्सटाइल पर गहरा असर पड़ने वाला है।
सूरत से अमेरिका को हर साल लगभग 47 हजार करोड़ रुपये के हीरे निर्यात होते हैं। कुल वैश्विक हीरा निर्यात का 30 से 35% कारोबार सिर्फ अमेरिका के साथ है। विशेषज्ञों का कहना है कि यदि यह टैरिफ लंबे समय तक लागू रहा तो सूरत के हजारों रत्नकर्मी बेरोजगार हो सकते हैं और छोटे-छोटे यूनिट बंद होने की कगार पर पहुंच सकते हैं। पहले से मंदी की मार झेल रहे हीरा उद्योग को यह नया झटका और गहरा संकट दे सकता है।
कतारगाम डायमंड बुर्स के सूत्रों के अनुसार, पहले जहां रोजाना 80 से 85 पार्सल रफ डायमंड आते थे, अब यह घटकर 25 के करीब रह गए हैं। हालांकि, टैरिफ लागू होने से एक दिन पहले तक करीब 100 करोड़ रुपये का निर्यात हुआ। दूसरी ओर, भारत पर जहां 50% टैरिफ लगाया गया है, वहीं तुर्की पर 15%, वियतनाम पर 20% और थाईलैंड पर 19% टैरिफ है। ऐसे में आशंका है कि सूरत का कारोबार इन देशों की ओर शिफ्ट हो सकता है।

टेक्सटाइल उद्योग पर भी सीधा असर
टेक्सटाइल उद्योग पर भी सीधा असर पड़ा है। सूरत से अमेरिका को हर साल 7 से 8 हजार करोड़ रुपये का कपड़ा निर्यात होता है। इसमें मेन-मेड फेब्रिक का व्यापार लगभग 1 बिलियन डॉलर (करीब 8700 करोड़ रुपये) है। अमेरिका भारतीय कपड़ा उद्योग का सबसे बड़ा बाजार है और भारत के कुल टेक्सटाइल निर्यात का लगभग 35% हिस्सा अमेरिका को जाता है। पहले जहां अमेरिकी बाजार में भारतीय उत्पादों पर कोई ड्यूटी नहीं थी, अब यह बढ़कर 50 से 57% तक पहुंच गई है।
कुल मिलाकर, ट्रंप प्रशासन के इस फैसले से सूरत के हीरा और टेक्सटाइल उद्योग पर गंभीर संकट मंडराने लगा है। यदि स्थिति लंबी चली तो कारोबार का बड़ा हिस्सा प्रतिस्पर्धी देशों की ओर शिफ्ट हो सकता है।
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