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IPL 2025 का रोमांच बढ़ाने के लिए BCCI ने बदले कुछ नियम, खूबियां गिनाते हुए शमी ने कही बड़ी बात

भारत के तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी का मानना है कि आईपीएल 2025 में गेंद पर लार के इस्तेमाल पर प्रतिबंध हटाने के बीसीसीआई के कदम से टी20 लीग में बल्ले और गेंद के बीच संतुलन बहाल हो गया है, जो लंबे समय से गेंदबाजों के लिए कब्रगाह बना हुआ है। मौजूदा आईपीएल सीजन की शुरुआत से पहले बीसीसीआई ने गेंद को चमकाने के लिए लार के इस्तेमाल पर प्रतिबंध हटा दिया और रात के मैचों में कोहरे से निपटने के लिए '2-बॉल' नियम पेश किया, जिससे गेंदबाजों को बड़ी राहत मिली जो गेंदबाजी नियमों में बदलाव की वकालत कर रहे थे।

शमी ने जियो हॉटस्टार पर कहा कि लंबे समय तक नियम बल्लेबाजों के पक्ष में रहे हैं, लेकिन अब आखिरकार स्थिति थोड़ी बदल रही है। कोविड के बाद लार के इस्तेमाल पर प्रतिबंध से गेंद को रिवर्स स्विंग करना मुश्किल हो गया था, लेकिन इसके हटने के बाद गेंदबाजों को आखिरकार कुछ स्विंग वापस मिल सकती है। इसके अलावा, गीली गेंद को बदलने में सक्षम होना एक लाभप्रद स्थिति है। सूखी गेंद बेहतर पकड़ और अवसर प्रदान करती है, विशेषकर कठिन परिस्थितियों में। शमी ने कहा कि चोटें तेज गेंदबाजों के जीवन का हिस्सा हैं।

उन्होंने कहा कि मुझे ठीक होने में 14 महीने लगे और यह आसान नहीं था, खासकर मेरे घरेलू करियर के दौरान आई चुनौतियों को देखते हुए। लय और सही मानसिकता विकसित करना कठिन था। इस तेज गेंदबाज ने कहा, ‘‘मैं 2023 में अचानक चोटिल हो गया। इसलिए मैंने अधिक से अधिक स्थानीय मैच खेलने का निर्णय लिया। मैंने 12 या 13 मैच खेले। इंग्लैंड श्रृंखला के साथ-साथ इससे मुझे अपना आत्मविश्वास पुनः हासिल करने में मदद मिली। जहां तक प्रदर्शन की बात है तो मैंने हमेशा अपना सर्वश्रेष्ठ देने पर ध्यान केंद्रित किया है।
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