गुजरात में प्रशिक्षण शिविर के जरिए खुद की जमीन तैयार करने में जुटी कांग्रेस, इससे पार्टी को कितना फायदा?

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जूनागढ़। गुजरात में कांग्रेस खुद को नई पहचान देने में जुट गई है। यहां 2027 में विधानसभा चुनाव है। इससे पहले कांग्रेस खुद को मजबूत करना चाह रही है। राहुल गांधी यहां दौरा कर पार्टी में जोश भरने का काम कर चुके हैं। वहीं कांग्रेस ने संगठन सृजन अभियान की शुरुआत भी कर दी है। पार्टी का नवसंगठित ढांचा अब सक्रिय हो गया है। प्रशिक्षण शिविर लगाए जा रहे हैं। अभी आणंद में शिविर लगाया था। अब जूनागढ़ के प्रेरणाधाम में शहर और जिला कांग्रेस अध्यक्षों का प्रशिक्षण शिविर शुरू हुआ, जिसका उद्घाटन कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने किया। इस दौरान उन्होंने अपने भाषण में भाजपा पर सीधे हमला बोला। बिना नाम लिए उन्होंने कहा कि "महात्मा गांधी और सरदार वल्लभभाई पटेल के कारण ही देश को आजादी मिली और आज भारत एकजुट है। वे दोनों हमारे लिए पूजनीय हैं। लेकिन, इसी धरती से ऐसे दो लोग भी निकले हैं जो संविधान को सुरक्षित रखना नहीं चाहते और गांधी-सरदार के कामों को नष्ट करना चाहते हैं।

कांग्रेस की सक्रियता बढ़ी, बड़े नेता भी दिख रहे जोश में

प्रशिक्षण शिविर के पहले ही दिन कांग्रेस के दिग्गज नेताओं की मौजूदगी रही। इसमें प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अमित चावड़ा, विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तुषार चौधरी, राज्यसभा सांसद शक्तिसिंह गोहिल, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष भरतसिंह सोलंकी, गनीबेन ठाकोर समेत कई वरिष्ठ नेता शामिल हुए। साथ ही कांग्रेस संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल और गुजरात कांग्रेस प्रभारी मुकुल वासनिक भी उपस्थित थे। शिविर में 41 शहर और जिला कांग्रेस अध्यक्षों को संगठन की रणनीति, बूथ स्तर पर मजबूती और आने वाले चुनाव की तैयारियों को लेकर प्रशिक्षण दिया जा रहा है। कांग्रेस की सक्रियता और बड़े नेताओं का जोश ऐसे ही बरकरार रहा तो गुजरात में पार्टी की फिर से जमीन तैयार हो सकती है।

राहुल गांधी भी शिविर में पहुंच सकते हैं

जूनागढ़ में चल रहे इस शिविर में राहुल गांधी भी शामिल होंगे। वे 12 और 17 सितंबर को शिविर में मौजूद शहर-जिला कांग्रेस अध्यक्षों को मार्गदर्शन देंगे और आगामी रणनीति पर चर्चा करेंगे। कांग्रेस का मानना है कि इससे संगठन को नई ऊर्जा मिलेगी और कार्यकर्ताओं का मनोबल बढ़ेगा।

आप की सक्रियता के बीच कैसी रहेगी कांग्रेस की रणनीति

गुजरात के सौराष्ट्र क्षेत्र में कांग्रेस की नजर खास तौर पर टिक गई है। यहां आम आदमी पार्टी भी लगातार सक्रिय हो रही है। गोपाल इटालिया किसानों के मुद्दों पर लगातार आंदोलन कर रहे हैं। दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भी चोटीला में किसान महासभा का आयोजन किया था, जो बारिश के कारण स्थगित करना पड़ा, लेकिन आने वाले दिनों में वे फिर पहुंच सकते हैं।

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