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- PM, शाह, पाटिल और संघवी की तीखी आलोचना करने वाले गोपाल को लवजी बादशाह से इतना लगाव क्यों है?
PM, शाह, पाटिल और संघवी की तीखी आलोचना करने वाले गोपाल को लवजी बादशाह से इतना लगाव क्यों है?

गुजरात की राजनीति में पाटीदार समुदाय का दबदबा रहा है, चाहे वह कांग्रेस हो, भाजपा हो या आम आदमी पार्टी। पाटीदार नेता विभिन्न राजनीतिक दलों में बँटे हुए हैं और कुछ पाटीदार उद्योगपति और पूँजीपति समय-समय पर आर्थिक लाभ उठाते रहते हैं, जिससे पूरा गुजरात वाकिफ है।
इस समय गुजरात की राजनीति में आम आदमी पार्टी के विसावदर विधायक गोपाल इटालिया चर्चा के केंद्र में हैं। पाटीदार युवा नेता हैं और तीखे बयानों के लिए भी चर्चा में रहते हैं। यह वही युवा हैं जिन्होंने कभी राज्य के गृह मंत्री पर जूता फेंका था। बताया जाता है कि इस युवा को सूरत के कुछ पाटीदार नेताओं का सार्वजनिक और निजी तौर पर समर्थन मिलता रहता है।
सूरत के तथाकथित नेता लवजी दलिया (लवजी बादशाह) भाजपा के करीबी बताए जाते हैं, लेकिन गोपाल इटालिया से उनकी नज़दीकी ने सूरत भाजपा कार्यकर्ताओं में खलबली मचा दी है। दरअसल, वरिष्ठ कार्यकर्ताओं में चर्चा है कि प्रदेश नेतृत्व ने भी इस ओर ध्यान दिया है। कुछ समय पहले, लवजी बादशाह के बेटे की शादी के अवसर पर तापी नदी के किनारे आयोजित होने वाले विवाह समारोह में पर्यावरण को होने वाले नुकसान और विभागीय मंज़ूरी न मिलने को लेकर विवाद खड़ा हो गया था। एक तथाकथित नेता और पारिवारिक समारोह को लेकर विवाद हो तो स्वाभाविक है कि यह चर्चा का विषय बन जाए। इस घटना में हैरानी की बात यह है कि कहा जा रहा है कि यह विवाद खुद भाजपा नेता ने उठाया था और उससे भी ज़्यादा हैरानी की बात यह है कि उस समय गोपाल इटालिया ने लवजी बादशाह का समर्थन करते हुए कहा था कि इस आयोजन से पर्यावरण को कोई नुकसान नहीं पहुँचा है। तो फिर ऐसा क्या है कि भाजपा के लोग लवजी बादशाह के घर पर होने वाले कार्यक्रम को रोक रहे हैं और आम आदमी पार्टी के गोपाल इटालिया लवजी बादशाह का बचाव कर रहे हैं?
भाजपा के वरिष्ठ नेता और भाजपा-समर्पित पाटीदार नेता लवजी बादशाह पर शक की निगाह से चर्चा कर रहे हैं कि कहीं वह पर्दे के पीछे से भाजपा के विरोधी गोपाल इटालिया का समर्थन तो नहीं कर रहे हैं? दरअसल, लगातार चर्चा होती रहती है कि लवजी बादशाह का स्वर्णिम काल सिर्फ़ इसलिए आया क्योंकि वे कुछ ख़ास भाजपा नेताओं और कुछ अलग विचारों वाले लोगों के क़रीबी थे। ग़ौरतलब यह भी है कि लवजी बादशाह समय-समय पर पाटीदार समुदाय के लिए अच्छा दान भी करते हैं, जो सामाजिक दृष्टि से भी एक अच्छी सेवा है।
आम आदमी पार्टी के गोपाल इटालिया, भाजपा अध्यक्ष सी.आर. पाटिल को शराब तस्कर कहने से नहीं चूकते और गृह राज्य मंत्री हर्ष सांघवी की आलोचना करने का मौक़ा हमेशा ढूँढ़ते हैं। इसके अलावा, वे प्रधानमंत्री मोदी और गृह मंत्री अमित शाह के ख़िलाफ़ भी अपमानजनक भाषा में बयानबाज़ी करते रहते हैं। यानी, गुजरात में भाजपा के केंद्रीय और शीर्ष नेतृत्व के कट्टर आलोचक गोपाल इटालिया का लवजी बादशाह के प्रति खुलेआम प्रेम जताना भाजपा के लिए चिंता का विषय है। देखना यह है कि आने वाले समय में भाजपा और आम आदमी पार्टी लवजी बादशाह को कितनी दूर और कितनी नज़दीक रखती है।