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इंतजार खत्म…वायुसेना के बेड़े में इसी महीने जुड़ेगा स्वदेशी लड़ाकू विमान तेजस की अगली पीढ़ी का एयरक्राफ्ट
तेजस एमके 1A फ्लाइंग टेस्ट की आखिरी प्रक्रिया पूरी होने के बाद बेड़े में शामिल हो जाएगा

नई दिल्ली। भारतीय वायुसेना की ताकत और बढ़ने वाली है। उसे जल्द ही अगली पीढ़ी का स्वेदशी लड़ाकू विमान मिलने वाला है। इस महीने के आखिर तक तेजस का एडवांस्ड एयरक्राफ्ट एमके 1A मिल जाएगा। फ्लाइंग टेस्ट की आखिरी प्रक्रिया पूरी होने के बाद यह फाइटर बेड़े में शामिल हो जाएगा। बता दें कि हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड के साथ फरवरी, 2021 में 83 तेजस एमके 1A विमानों की डील हुई थी। यह सौदा 48 हजार करोड़ रुपए में हुआ था। हालांकि डिलीवरी में पहले ही डेढ़ साल की देरी हो चुकी है। इनकी डिलीवरी मार्च, 2024 में होनी थी। लेकिन अमेरिकी कंपनी जनरल इलेक्ट्रिक से मिलने वाले इंजन की सप्लाई में देरी की वजह से ऐसा हुआ। एमके 1A को अगली पीढ़ी का इसलिए बताया जा रहा है कि इसमें डिजिटल रडार चेतावनी रिसीवर, एक बाहरी ईसीएम पॉड, एक आत्म-सुरक्षा जैमर, एईएसए रडार, रखरखाव में आसानी और रडार में सुधार किया गया है।
डिलीवरी में देरी पर वायुसेना प्रमुख नाराजगी जता चुके हैं
एयर चीफ मार्शल अमरप्रीत सिंह ने डिफेंस सिस्टम की खरीद और डिलीवरी में देरी पर नाराजगी जताई थी। उन्होंने कहा था कि ऐसा एक भी प्रोजेक्ट नहीं, जो समय पर पूरा हुआ हो। कई बार कॉन्ट्रैक्ट साइन करते समय पता होता है कि ये समय पर नहीं होगा, फिर भी साइन कर देते हैं। इससे पूरा सिस्टम खराब हो जाता है। एयर चीफा मार्शल ने कहा था कि टाइमलाइन एक बड़ा मुद्दा है। समय से डिफेंस प्रोजेक्ट पूरा न होने की वजह से ऑपरेशनल तैयारी पर असर पड़ता है। उन्होंने तेजस लड़ाकू विमानों की डिलीवरी में देरी को लेकर चिंता जाहिर की थी। उन्होंने कहा था कि 40 जेट अभी तक फोर्स को नहीं मिले हैं। जबकि चीन जैसे देश अपनी ताकत बढ़ा रहे हैं।
कुल 180 तेजस एमके 1A का सौदा किया गया है
बता दें कि मेक इन इंडिया के तहत केंद्र सरकार ने एचएएल के साथ कुल 180 तेजस एमके 1A का सौदा किया है। पहली पहली खेप 83 विमानों की है जबकि दूसरी खेप में 67 हजार करोड़ रुपए में 97 विमानों का सौदा हुआ है। यह मिग और जगुआर की जगह लेंगें।
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