- Hindi News
- चर्चा पत्र
- माता-पिता के लिए चेतावनी: बच्चों का मुँह से साँस लेना गलत है
माता-पिता के लिए चेतावनी: बच्चों का मुँह से साँस लेना गलत है

कभी-कभी मुँह से साँस लेना सामान्य लग सकता है, लेकिन बच्चों में लगातार मुँह से साँस लेना उनके विकास पर गंभीर असर डाल सकता है। चेहरे की बनावट से लेकर दिमागी क्षमताओं तक, इसका समय पर पता लगाना और इलाज करना बेहद ज़रूरी है।
1. चेहरे और दांतों की समस्याएं
लंबा चेहरा और तंग जबड़ा: मुँह से साँस लेने से चेहरे की हड्डियों का विकास प्रभावित होता है, जिससे जबड़ा संकरा और चेहरा लंबा दिखने लगता है।
पीछे जाता ठुड्डी और टेढ़े-मेढ़े दांत: मुँह से साँस लेने के कारण जीभ का स्थान बदल जाता है, जिससे ठुड्डी पीछे की ओर जाती है और दांत बिगड़ने लगते हैं।
2. नींद में समस्याएं
स्नोरिंग और स्लीप एपनिया: नींद के दौरान ऑक्सीजन की कमी से स्वास्थ्य पर असर पड़ता है।
दिन में थकावट और ध्यान की कमी: अच्छी नींद न मिलने से बच्चे थके रहते हैं और पढ़ाई में ध्यान नहीं दे पाते।
अत्यधिक सक्रियता: नींद की खराब गुणवत्ता ADHD जैसे लक्षणों को बढ़ा सकती है।
3. मस्तिष्क पर प्रभाव
सीखने में कठिनाई: मुँह से साँस लेने वाले बच्चों में याददाश्त और गणित/पढ़ाई में परेशानी देखी गई है।
ब्रेन फंक्शन में गिरावट: शोध बताते हैं कि मुँह से साँस लेने से दिमाग के कुछ हिस्सों में सक्रियता कम हो सकती है।
4. बोलने और निगलने में दिक्कत
बोलने में देरी और उच्चारण में समस्या: मुँह से साँस लेने वाले बच्चों में स्पष्ट बोलने में दिक्कत हो सकती है।
निगलने में परेशानी: जीभ की गलत स्थिति खाने को ठीक से निगलने में दिक्कत पैदा कर सकती है।
5. इम्यून सिस्टम और साँस से जुड़ी बीमारियाँ
बार-बार जुकाम और संक्रमण: नाक से साँस लेना प्राकृतिक फिल्टर का काम करता है, जो मुँह से नहीं हो पाता।
एलर्जी और अस्थमा में बढ़ोतरी: गंदगी और एलर्जन सीधे फेफड़ों तक पहुँच सकते हैं।
माता-पिता क्या करें?
विशेषज्ञ से सलाह लें: यदि बच्चा हमेशा मुँह से साँस ले रहा है, तो डॉक्टर, ENT या ऑर्थोडॉन्टिस्ट से संपर्क करें।
जड़ से समस्या पहचानें: एलर्जी, टॉन्सिल्स, या नाक की रुकावट जैसी वजहों का इलाज करवाएं।
नाक से साँस लेने की आदत बनाएं: बच्चों को नाक से साँस लेने के लिए प्रेरित करें।
मायोफंक्शनल थैरेपी पर विचार करें: यह थैरेपी चेहरे और मुँह की मांसपेशियों को मजबूत बनाकर सही साँस लेने में मदद करती है।
About The Author

Dr. Rachana Dave Bhatt is a leading Cosmetic and Aesthetic Dentist based in Surat, with over 16 years of clinical experience. Founder of R.R. Dental n' Maxillofacial Clinic, she specializes in smile design, restorative dentistry, and dental makeovers. With a passion for creating confident smiles, Dr. Bhatt combines artistic precision with modern dental techniques to deliver personalized, high-quality care.