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तीन साल बाद ऐसा मौका…नौ अगस्त को पूरे दिन राखी बांधने के लिए शुभ समय रहेगा, इस बार भद्रकाल का साया नहीं

सूरत। रक्षा बंधन का पर्व इस बार कई मायनों में खास होने वाला है। 9 अगस्त को पूरे देश में राखी का त्योहार मनाया जाएगा। सबसे खास बात यह है कि इस बार भद्रकाल का साया नहीं है। यानी पूरे दिन राखी बांधने के लिए शुभ समय रहेगा। बता दें कि भद्राकाल में कोई भी शुभ कार्य करने की मनाही रहती है। पिछले तीन साल से यही कारण रहा कि बहनों को राखी बांधने के लिए रात तक इंतजार करना पड़ा। लेकिन इस बार भद्रा 8 और 9 अगस्त की मध्यरात्रि के बाद समाप्त हो जाएगी, जिससे 9 अगस्त को रक्षाबंधन का पूरा दिन शुभ रहेगा। इस साल रक्षाबंधन पर कई शुभ योग बन रहे हैं, जो इस पर्व को और भी खास बनाते हैं। सौभाग्य योग, शोभन योग, और सर्वार्थ सिद्धि योग इस दिन मौजूद होंगे। श्रवण और धनिष्ठा नक्षत्र का दुर्लभ संयोग भी बन रहा है, जो इस पर्व को और अधिक मंगलकारी और फलदायी बना देगा। कहा जाता है कि इन योगों में किए गए कार्य शुभ फलदायी होते हैं और जीवन में सुख-समृद्धि लाते हैं।
ज्योतिषाचार्यों का कहना है कि इस बार रक्षाबंधन पर भद्राकाल का साया नहीं रहेगा, यानी बहनें सुबह से लेकर शाम तक कभी भी अपने भाइयों की कलाई पर राखी बांध सकेंगी। रक्षाबंधन का त्योहार बहन-भाई के बीच प्रेम का प्रतीक है। इसमें बहन भाई को तिलक लगाकर उसके दीर्घायु की कामना करती है। भाई भी जीवन भर बहन के सुख-दुख में साथ निभाने का वादा करता है और स्नेह स्वरूप बहन को उपहार भी देता है।
इस बार त्योहार का मजा नहीं होगा किरकिरा
बता दें कि भद्रा श्रावण पूर्णिमा तिथि में लग रही है, लेकिन उसका समापन 9 अगस्त को सूर्योदय से पहले हो जा रहा है। इसलिए रक्षाबंधन का त्योहार पूरे दिन कभी भी मनाने में कोई दिक्कत नहीं है। रक्षाबंधन पर अक्सर ऐसा होता है कि भद्रा का अशुभ साया भाई-बहन के इस पवित्र मौके पर खलल डाल देता है और त्योहार का मजा किरकिरा हो जाता है।
सावन के महीने के आखिरी दिन यानी के श्रावण पूर्णिमा को रक्षाबंधन मनाया जाता है। अबकी बार श्रावण पूर्णिमा 8 अगस्त शुक्रवार को दोपहर 2:12 मिनट से शुरू होगी और अगले दिन 9 अगस्त को दोपहर 1:21 मिनट तक रहेगी। ऐसे में उदया तिथि की मान्यता के अनुसार रक्षाबंधन शनिवार 9 अगस्त को मनाया जाएगा। शनिवार यानी 9 अगस्त को भद्रा नहीं है, अतः पूरा दिन शुद्ध है।
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