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नवरात्रि में केवल हिंदुओं को अनुमति: बजरंग दल ने गरबा आयोजकों के लिए गाइडलाइन जारी की

आगामी नवरात्रि के त्योहार को ध्यान में रखते हुए विश्व हिंदू परिषद (VHP) और बजरंग दल द्वारा गरबा आयोजकों के लिए खास सूचनाएं और चेतावनियां जारी की गई हैं। इन संगठनों ने नवरात्रि को केवल एक नृत्य उत्सव नहीं, बल्कि माताजी की उपासना का पवित्र पर्व बताते हुए उसकी गरिमा बनाए रखने पर जोर दिया है।
बजरंग दल के क्षेत्रीय संयोजक भावेशभाई ठक्कर और जवलित मेहता ने बताया था कि गरबा शुद्ध, सात्विक और धार्मिक वातावरण में होने चाहिए। इस उद्देश्य से आयोजकों ने गरबा स्थल के प्रवेश द्वार पर खिलाड़ियों को हिंदू प्रथा के अनुसार तिलक लगाकर ही प्रवेश देने और "विधर्मियों को प्रवेश नहीं" ऐसे बोर्ड या बैनर लगाने का सुझाव दिया है। इन कदमों का उद्देश्य 'लव जिहाद' जैसे षड्यंत्रों को रोकना है।

बजरंग दल की चेतावनियां और सुझाव
माताजी की मांडवी: प्रत्येक आयोजक अपने पंडाल में विधि-विधान से माताजी की मांडवी की स्थापना करें।
अश्लील गानों पर प्रतिबंध: गरबा के कलाकारों ने मंच से किसी भी प्रकार के अश्लील, अभद्र, या हिंदू धर्म का अपमान करने वाले गाने या संवाद प्रस्तुत नहीं करने चाहिए।
सनातनी कर्मचारी: सिक्योरिटी, बाउंसर, पार्किंग व्यवस्था, और अन्य सभी सेवाओं में केवल हिंदू लोगों को ही ड्यूटी पर रखें।
खाने-पीने के स्टॉल: फूड स्टॉल केवल सनातनी हिंदुओं को ही दें. यदि किसी भी स्टॉल पर अन्य धर्मों के लोग पाए जाएंगे तो बजरंग दल अपने तरीके से कार्रवाई करेगा।
होटल और गेस्ट हाउस के लिए चेतावनी: बजरंग दल ने होटल और गेस्ट हाउस के मालिकों को चेतावनी दी है कि नवरात्रि के दौरान अन्य धर्मों के युवकों के साथ हिंदू युवतियों को कमरे नहीं दिए जाएं। यदि ऐसा करते हुए कोई पाया जाएगा तो उन्हें परिणाम भुगतने के लिए तैयार रहना होगा।
धर्म की रक्षा के लिए कड़ी कार्रवाई की धमकी
बजरंग दल ने चेतावनी दी है कि नवरात्रि के दौरान वे किसी भी समय पार्टी प्लॉट या गरबा स्थल का दौरा कर जांच करेंगे। यदि वहां प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से कोई 'विधर्मी' पाया जाएगा तो बजरंग दल धर्म की रक्षा के लिए अपनी अलग भाषा में सबक सिखाएगा। इन कदमों का मुख्य उद्देश्य गरबा के पर्व की पवित्रता और सुरक्षा बनाए रखना है, ऐसा संगठन ने बताया है।
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