तेजस्वी यादव का चुनाव आयोग और केंद्र पर बड़ा निशाना, पूछा- चुनाव से पहले अचानक नई वोटर लिस्ट क्यों बना रहे…

चुनाव से पहले मतदाताओं की छंटनी करके सत्ता पक्ष को फायदा पहुंचाने की कोशिश

Khabarchhe  Picture
On

पटना। बिहार में चुनावी तैयारियों के बीच सियासी घमासान भी शुरू हो गया है। विधानसभा चुनाव से पहले राजद नेता तेजस्वी यादव ने कुछ आपत्तियां जताते हुए चुनाव आयोग और केंद्र सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग द्वारा अचानक से नई वोटर लिस्ट बनाने का फैसला कई सवाल खड़ी करता है। आयोग ने जो वोटर लिस्ट बनी थी, उसे साइड कर दिया गया है और अब नई वोटर लिस्ट बनाई जाएगी। अब सवाल ये उठता है कि चुनाव से ठीक पहले आप वोटर लिस्ट क्यों बना रहे हैं। तेजस्वी का कहना है कि ये लोग चुनाव से पहले मतदाताओं की छंटनी करके सत्ता पक्ष को फायदा पहुंचाना चाहते हैं। क्या इतने कम दिनों में बिहार के सभी लोगों की वोटर लिस्ट बन पाएगी। वहीं, उन्होंने दूसरा सवाल भी उठाते हुए कहा कि 22 सालों के बाद वोटर लिस्ट में विशेष जांच की क्या जरूरत आ पड़ी। ये नए वोटर्स की लिस्ट केवल बिहार में बनाई जा रही है, पिछली बार हुआ था तो 2 साल लगे थे तो क्या ये अभी 1 महीने में बन जाएगी। अब तक 90 फीसदी बीएलओ को मतदाता सूची भी उपलब्ध नहीं कराई गई है। राज्य सरकार पहले मतदाता सूची से नाम काटेंगे, उसके बाद उनका राशन बंद करेंगे। वो पेंशन बंद करेंगे। ये लोग आधार कार्ड, मनरेगा कार्ड को नहीं मानते हैं, ये लोग जिस डॉक्यूमेंट को मांग रहे हैं, वो कहां से गरीब लोग लाएंगे।

tejawi
ndtv.in

बिहार में वोटर कार्ड और आधार लिंक क्यों नहीं किया जा रहा 

इलेक्शन कमीशन ने तो पहले कहा था कि वोटर कार्ड और आधार को लिंक किया जाए तो बिहार में ये क्यों नहीं है? तेजस्वी ने कहा कि आज भी आरएसएस के एक नेता संविधान बदलने की बात कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि बिहार में कुल 8 करोड़ लोग मतदाता हैं, जिसमे 4 करोड़ 76 लाख मतदाता को अपनी नागरिकता साबित करनी पड़ेगी। निर्वाचन आयोग के 11 दस्तावेज में से 3 तो कॉमन हैं, जिसमें जन्म प्रमाण पत्र, जाति प्रमाण पत्र, मैट्रिक का डॉक्यूमेंट है। मैट्रिक पत्र में आज 40 से 60 साल के लोग में से केवल 13 परसेंट लोग हाई स्कूल पास हैं। जाति प्रमाण पत्र के हिसाब से 20 परसेंट पिछड़ा और 25 परसेंट अति पिछड़े लोगों के पास बस जाति प्रमाण पत्र है। जनरल कैटेगरी के लोगों के बस 5 परसेंट लोग हैं, जिनके पास जाति प्रमाण पत्र है। ये चुनाव से पहले मतदाताओं की छंटनी करके सत्ता पक्ष को फायदा पहुंचाना चाहते हैं।

बिहार से पलायन कर चुके लोगों का वोटर कार्ड कैसे बनेगा

तेजस्वी यादव ने सवाल उठाया कि बिहार के करीब 3 करोड़ लोग सरकार के मुताबिक बिहार से पलायन कर चुके हैं। अब इनका वोटरकार्ड कैसे बनेगा ये बताएं? ये लोग वोट का अधिकार छीन रहे हैं। तेजस्वी ने कहा अगर वास्तव में सुधार करना चाहते थे तो लोकसभा चुनाव के बाद तुरंत क्यों नहीं किया।

About The Author

Khabarchhe  Picture

Lorem Ipsum is simply dummy text of the printing and typesetting industry. Lorem Ipsum has been the industry's standard dummy text ever since the 1500s, when an unknown printer took a galley of type and scrambled it to make a type specimen book. It has survived not only five centuries, but also the leap into electronic typesetting, remaining essentially unchanged. It was popularised in the 1960s with the release of Letraset sheets containing Lorem Ipsum passages, and more recently with desktop publishing software like Aldus PageMaker including versions of Lorem Ipsum.

More News

जया किशोरी अपने फोन में 'शादी' नाम का फोल्डर बना रही हैं, लेकिन वह अभी तक कुंवारी क्यों हैं? जानिए सच!

Top News

जया किशोरी अपने फोन में 'शादी' नाम का फोल्डर बना रही हैं, लेकिन वह अभी तक कुंवारी क्यों हैं? जानिए सच!

जया किशोरी नाम से आप अपरिचित नहीं होंगे। जया किशोरी खुद एक आध्यात्मिक गुरु और मोटिवेशनल स्पीकर हैं। जो खास...
धर्म ज्योतिष 
जया किशोरी अपने फोन में 'शादी' नाम का फोल्डर बना रही हैं, लेकिन वह अभी तक कुंवारी क्यों हैं? जानिए सच!

क्या BJP राजस्थान के CM को बदलने की योजना बना रही है? सांसद ने दिया जवाब

राजस्थान में 2023 के विधानसभा चुनाव में प्रचंड जीत के बाद BJP ने पूर्व CM वसुंधरा राजे सिंधिया की जगह...
राजनीति 
क्या BJP राजस्थान के CM को बदलने की योजना बना रही है? सांसद ने दिया जवाब

उत्तर प्रदेश में ब्राह्मणों और यादवों के बीच संघर्ष कौन चाहता है, जानिए राजनीतिक रूप से किसे होगा फायदा

सामान्य तौर पर देश में कई संत और कथावाचक हैं जो दलित और ओबीसी समुदाय से हैं, लेकिन ऐसी घटना...
राजनीति 
उत्तर प्रदेश में ब्राह्मणों और यादवों के बीच संघर्ष कौन चाहता है, जानिए राजनीतिक रूप से किसे होगा फायदा

ऐसा नहीं चलेगा! अवसरवादी आंदोलन करते हैं और समाज के नाम पर बड़े होते हैं 

गुजरात जो कभी सामाजिक एकता, संस्कृति और सद्भाव का प्रतीक था, आज अपनी पहचान को खत्म होता देख रहा है।...
ओपिनियन 
ऐसा नहीं चलेगा! अवसरवादी आंदोलन करते हैं और समाज के नाम पर बड़े होते हैं 

बिजनेस

Copyright (c) Khabarchhe All Rights Reserved.