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कर्तव्य भवन-3 का प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया उद्घाटन; इसमें गृह और विदेश समेत सात मंत्रालय, सात मंजिला है यह भवन

नई दिल्ली। 2019 में शुरू हुई सेंट्रल विस्टा प्रोजेक्ट के तहत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को कर्तव्य पथ पर कर्तव्य भवन-03 बिल्डिंग का उद्घाटन किया। सेंटल विस्टा की बात करें तो इसके अंतर्गत पांच बड़े प्रोजेक्ट हैं। यह है नया संसद भवन, सेंट्रल विस्टा एवेन्यू की रीडेवलपमेंट, वाइस प्रेसिडेंट एन्क्लेव, कॉमन सेंट्रल सेक्रेटेरिएट और एग्जीक्यूटिव एन्क्लेव हैं। कर्तव्य भवन-03 का उद्घाटन सबसे पहले किया गया है। इसका मुख्य मकसद दिल्ली के अलग-अलग जगहों पर स्थित विभिन्न मंत्रालयों और विभागों को एक साथ लाकर उनके बीच बेहतर समन्वय और कामों में तेजी लाने के लिए डिजाइन किया गया है। आपको इस भवन के बारे में बता दें कि इसमें ग्राउंड फ्लोर सहित 7 फ्लोर हैं। यहां गृह मंत्रालय, विदेश मंत्रालय, ग्रामीण विकास मंत्रालय, एमएसएमई मंत्रालय, कार्मिक और प्रशिक्षण विभाग, पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्रालय, प्रधान वैज्ञानिक सलाहकार और इंटेलिजेंस ब्यूरो के ऑफिस होंगे। कर्तव्य भवन 1.5 लाख वर्ग मीटर में फैला है। यहां एक साथ 600 कारें खड़ी हो सकती हैं। इसमें क्रेच (शिशुगृह), योग रूम, मेडिकल रूम, कैफे, किचन और हॉल है। कर्तव्य भवन में 24 कॉन्फ्रेंस रूम भी हैं। हर रूम 45 लोगों के बैठने की क्षमता है।
कर्तव्य भवन-1 और 2 का काम अगले महीने पूरा होगा
इसके अलावा कर्तव्य भवन-1 और 2 का काम भी चल रहा है। यह अगले महीने तक पूरा हो जाएगा। केंद्र ने सेंट्रल विस्टा पुनर्विकास परियोजना के तहत कॉमन सेंट्रल सेक्रेटेरिएट की शुरुआत की है। इसके तहत दस बिल्डिंग और एक एग्जीक्यूटिव एन्क्लेव बनाने की योजना है। इनमें कर्तव्य भवन-1 और कर्तव्य भवन-2 अंडर कंस्ट्रक्शन हैं। यह अगले महीने तक पूरी हो जाएंगी। वहीं, अगले 22 महीनों में बचे हुए 7 भवन भी बन जाएंगे। सरकार के अनुसार अभी कई मंत्रालय 1950 और 1970 के दशक के बीच बने शास्त्री भवन, कृषि भवन, उद्योग भवन और निर्माण भवन जैसी पुरानी इमारतों में काम कर रहे हैं जो अब लगभग जर्जर हो चुकी हैं।
सेंट्रल विस्टा प्रोजेक्ट मोदी सरकार की महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट है
कॉमन सेंट्रल सेक्रेटेरिएट में एक नया प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ), कैबिनेट सचिवालय, इंडिया हाउस और राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद सचिवालय होगा। एग्जीक्यूटिव एन्क्लेव के दूसरे चरण में प्रधानमंत्री आवास का निर्माण होगा। सेंट्रल विस्टा प्रोजेक्ट मोदी सरकार की एक महत्वाकांक्षी री-डेवलपमेंट प्रोजेक्ट है, जिसका मकसद दिल्ली स्थित सेंट्रल विस्टा एरिया का पुनर्निर्माण और आधुनिकीकरण करना है।
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