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रक्षा क्षेत्र में भारत का ऐतिहासिक कदम…5वीं पीढ़ी के स्वदेशी लड़ाकू विमान के मॉडल को मंजूरी
7 हजार किलो विस्फोटक लेकर उड़ सकेगा, रडार भी नहीं पकड़ सकेंगे

नई दिल्ली। रक्षा क्षेत्र में भारत ने ऐतिहासिक कदम उठाया है। यह भारत को आत्मनिर्भर बनाने की ओर बड़ा कदम है। ऑपरेशन सिंदूर के बाद भारत सरकार की यह बड़ी पहल है। दरअसल, भारत में बनने वाले 5वीं पीढ़ी के लड़ाकू विमान यानी एडवांस्ड मीडियम कॉम्बैट एयरक्राफ्ट (एएमसीए) के प्रोडक्शन मॉडल को मंजूरी मिल गई है। केंद्र सरकार ने यह जानकारी दी। खास बात यह है कि एयरक्राफ्ट को बनाने के लिए सरकारी के साथ निजी कंपनियों को भी बोली लगाने का मौका मिलेगा। इस बात की जानकारी रक्षा मंत्रालय ने दी। एयरोनॉटिकल डेवलपमेंट एजेंसी जल्द ही इसके लिए एक्सप्रेशन ऑफ इंटरेस्ट जारी करेगा। यह घोषणा बाजार को काफी रास आई। एयरक्राफ्ट बनाने में निजी कंपनियों को मौका देने की घोषणा से डिफेंस और इससे जुड़े सेक्टर्स की कंपनियों के शेयर्स में जबरदस्त उछाल देखने को मिला। यही नहीं इससे भारत की रक्षा पंक्ति को भी मजबूती मिलेगी। दुनिया जब अपने रक्षा बजट में बढ़ोतरी कर रही है, हथियारों का जखीरा बढ़ा रही है तो ऐसे में भारत के लिए भी यह जरूरी हो गया है कि वह अपने रक्षा क्षेत्र में खुद को मजबूत बनाए।
बता दें कि अप्रैल, 2024 में सुरक्षा पर कैबिनेट समिति ने 5वीं पीढ़ी के स्वदेशी फाइटर जेट के डिजाइन और विकास के लिए 15 हजार करोड़ रुपए के प्रोजेक्ट को मंजूरी दी थी। यह फाइटर जेट एडवांस्ड मीडियम कॉम्बैट एयरक्राफ्ट है। एयरोनॉटिकल डेवलपमेंट एजेंसी(एडीए) इस प्रोग्राम के एग्जीक्यूशन और एयरक्राफ्ट डिजाइन करने के लिए नोडल एजेंसी है। एडीए रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन यानी डीआरडीओ के तहत आता है।
यह लड़ाकू विमान अन्य विमानों से इस तरह उन्नत होगा
यह भारतीय वायुसेना के अन्य लड़ाकू विमानों से बेहतर होगा। दुश्मन के रडार से बचने के लिए हाईटेक स्टेल्थ टेक्नोलॉजी से लैस होगा। इंटरनेशनल लेवल पर इस्तेमाल हो रहे 5वीं पीढ़ी के अन्य स्टेल्थ लड़ाकू विमानों के जैसा या उससे भी बेहतर होगा। सबसे खास बात यह है कि एडवांस्ड मीडियम कॉम्बैट एयरक्राफ्ट देश में ही विकसित होने वाला दूसरा फाइटर एयरक्राफ्ट होगा। इससे पहले भारत में लाइट कॉम्बैट एयरक्राफ्ट तेजस और उसके एडवांस्ड वर्जन तेजस मार्क-1 को तैयार किया जा चुका है। इसके और भी उन्नत संस्करण मार्क-1-ए पर काम चल रहा है।
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