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दिवाली पर चोपड़ा पूजन का विशेष महत्व, राशियों के अनुसार पूजन के उपाय करने से देवी लक्ष्मी प्रसन्न होंगी, धन-सुख में बढ़ोतरी होगी
सूरत। प्रकाश का पर्व दीपावली सोमवार को पूरे देश में धूमधाम से मनाया जाएगा। इस बार दीपावली विशेष शुभ योग में मनाई जाएगी। इस दिन देवी लक्ष्मी और भगवान गणेश की पूजा का विशेष महत्व होता है। हर साल कार्तिक अमावस्या के दिन दिवाली का पर्व मनाया जाता है। इस पावन अवसर पर लक्ष्मी पूजन के साथ साथ चोपड़ा पूजन भी किया जाता है। इसलिए व्यापारियों के लिए यह पर्व और खास हो जाता है। परंपरा के अनुसार चोपड़ा पूजन में पुराने खाते बंद कर नए खाता-बही की पूजा की जाती है। इस पूजन में मुख्य रूप से देवी लक्ष्मी की आराधना होती है जिससे आने वाला वर्ष आर्थिक रूप से शुभ और समृद्ध हो। इसके अलावा विद्या की देवी सरस्वती की भी पूजा की जाती है। इस दिन व्यापारी अपने खाता-बही पर शुभ और लाभ लिखते हैं ताकि सालभर उनके कार्यों में सफलता और मुनाफा मिलता रहे। वहीं, बही-खाता पर स्वस्तिक का चिह्न भी बनाया जाता है।
कुछ राशियों के लिए दिवाली पूजन का समय खास रहेगा
चोपड़ा पूजन और दिवाली पूजन के लिए इस बार का समय कुछ राशियों के लिए विशेष शुभ बताया गया है। दरअसल, इस वर्ष गुरु पुनर्वसु नक्षत्र में रहेगा जिसका स्वामी भी गुरु है। शनि पूर्वाभाद्रपद नक्षत्र में रहेगा और इसका स्वामी भी गुरु ही है। गुरु इस समय उच्च राशि कर्क में स्थित है और शनि भी गुरु की राशि में है। साथ ही गुरु की दृष्टि शनि पर भी है। इन शुभ योगों के कारण देश में व्यापार की स्थिति मजबूत बनी रहेगी और सोना चांदी के दामों में बढ़ोतरी हो सकती है। कर्क, वृश्चिक, मकर और मीन राशि वालों को विशेष लाभ मिलने की संभावना जताई जा रही है।
दिवाली पर लक्ष्मी पूजन का विशेष महत्व है
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार दिवाली के दिन यदि सभी राशियों के लोग अपनी राशि के अनुसार लक्ष्मी पूजन में विशेष वस्तुओं का उपयोग करें और कुछ खास उपाय करें तो माता लक्ष्मी की कृपा पूरे वर्ष बनी रह सकती है और घर में सुख समृद्धि आती है। दिवाली के दिन घर में देवी लक्ष्मी की पूजा का विशेष महत्व है। माना जाता है कि लक्ष्मी जी की पूजा करने से घर में धन और खुशहाली आती है। जिन घरों में पित्तल या चांदी की लक्ष्मी की मूर्ति होती है वहां नियमित रूप से उनकी पूजा करना चाहिए। यह केवल धार्मिक कारणों से ही नहीं बल्कि मानसिक दृष्टि से भी लाभकारी माना जाता है।
देवी लक्ष्मी के साथ गणेश भगवान की मूर्ति जरूरी
घर के मंदिर में लक्ष्मी जी के साथ गणेश जी की भी मूर्ति रखना जरूरी माना गया है क्योंकि लक्ष्मी धन की देवी हैं और गणेश बुद्धि के देवता। जहां लक्ष्मी होती हैं वहां रहने वालों को सही निर्णय लेने की शक्ति भी प्राप्त होती है। शास्त्रों में लक्ष्मी पूजन के कुछ नियम बताए गए हैं। अगर इन नियमों का पालन कर नियमित पूजा की जाए तो लक्ष्मी जी का घर में स्थायी वास होता है।
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